योग के माध्यम से लोगों को निरोग बनाना... एवं संस्कृत के माध्यम से अपनी संस्कृति को विश्व स्तर तक गौरव दिलाना.....!! "रक्षार्थं वेदानामध्येयं व्याकरणम् " एवं वेदों की रक्षा के लिए हर संभव से संभव प्रयास करना...!!!