समाज में बुराई इसलिए नहीं बढ़ गयी कि समाज में बुरे लोगों की संख्या ज्यादा बढ़ गयी है। बल्कि इसलिए बढ़ गयी है कि सभी का मन अशुभ की तरफ़ ज्यादा आकर्षित होता है और शुभ की तरफ़ खींच कर लाना पड़ता है। सारा खेल मन का है। मन का खेल निराला, जो समझ गया वो BHAGAWALA. FB- Bhagat Singhagain INSTA- bhagatsinghagain